7 जून करेंट अफेयर्स
1.IAF ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 10 जून को नासा के Axiom-4 मिशन में अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे
10 जून 2025 को भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष इतिहास रचने जा रहे हैं। वे नासा और निजी अंतरिक्ष कंपनी Axiom Space के सहयोग से संचालित Axiom-4 मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा पर रवाना होंगे।
शुभांशु शुक्ला का प्रशिक्षण और पृष्ठभूमि:
- शुक्ला ने रूस के Yuri Gagarin Cosmonaut Training Center में कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
- इसके बाद उन्होंने ISRO के बेंगलुरु स्थित केंद्र में उन्नत प्रशिक्षण और वैज्ञानिक प्रयोगों की विशेष जानकारी हासिल की।
- वे भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन के रूप में सेवाएं दे चुके हैं और अब भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के अग्रदूत बनने जा रहे हैं।
Axiom-4 मिशन की प्रमुख विशेषताएं:
- लॉन्च तिथि: 10 जून 2025
- लॉन्चिंग एजेंसियां: NASA और Axiom Space
- गंतव्य: अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)
- मुख्य उद्देश्य: अंतरिक्ष में खाद्य विज्ञान और पोषण संबंधी अनुसंधान करना
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान न केवल भारत के लिए गर्व का विषय है, बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान में देश की बढ़ती भूमिका का प्रमाण भी है।
2. स्टारलिंक को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट लॉन्च करने के लिए मिल गई हरी झंडी
एलोन मस्क की स्टारलिंक को भारत के दूरसंचार विभाग से GMPCS लाइसेंस मिला है। यह मंजूरी स्टारलिंक को सुरक्षा और तकनीकी अनुपालन के अधीन भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाती है।
प्रमुख घटनाक्रम
- स्टारलिंक को GMPCS लाइसेंस दिया गया है, जो भारत में परिचालन के लिए अंतिम विनियामक कदम है।
- यह मंजूरी कंपनी द्वारा भारत के कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल के लिए सहमति के बाद मिली है।
- सेवा अनुपालन के प्रदर्शन की अनुमति देने के लिए परीक्षण स्पेक्ट्रम जल्द ही आवंटित किया जाएगा।
3. 800 साल पुराना पांड्य कालीन शिव मंदिर तमिलनाडु में मिला
तमिलनाडु के मदुरै ज़िले के मेलूर तालुक स्थित उडमपट्टी गाँव में हाल ही में एक पांड्य कालीन शिव मंदिर के अवशेष मिले हैं, जो लगभग 800 साल पुराना माना जा रहा है।
खोज की प्रमुख विशेषताएं:
- स्थान: उडमपट्टी गाँव, मेलूर तालुक, मदुरै ज़िला, तमिलनाडु
- युग: पांड्य वंश का उत्तरकाल, लगभग 13वीं शताब्दी ईस्वी
- शासनकाल: माऱवर्मन सुंदर पांड्य
- शिलालेख तिथि: 1217–1218 ई.
- मंदिर का नाम: तेनावनीश्वरम (Thennavanisvaram)
- प्राचीन गाँव का नाम: अत्तूर (Attur)
इतिहासकारों के लिए महत्व:
इस खोज से यह स्पष्ट हुआ है कि वर्तमान उडमपट्टी गाँव का पुराना नाम अत्तूर था, जिससे क्षेत्रीय भाषा और भूगोल के विकास पर गहरा प्रभाव पड़ा।
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