कौन है शुभांशु शुक्ला जाने : मई में ISS पर जाने वाले वे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे

शुभांशु शुक्ला: भारतीय वायुसेना के जांबाज़ पायलट से अंतरिक्ष यात्री तक का सफर

परिचय

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा है। वे Axiom-4 मिशन के पायलट के रूप में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करने वाले हैं, जिससे वे राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और 1998 के कारगिल युद्ध से प्रेरित होकर भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने का निर्णय लिया। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया और फिर भारतीय वायुसेना अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर 2006 में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया।

भारतीय वायुसेना में करियर

शुक्ला एक अनुभवी टेस्ट पायलट और कॉम्बैट लीडर हैं, जिन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier 228, और An-32 जैसे विमानों पर 2,000 से अधिक घंटे की उड़ान भरी है। मार्च 2024 में उन्हें ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया।

ISRO और गगनयान मिशन

2019 में, शुक्ला को भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए चुना गया। उन्होंने रूस के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त किया और फिर भारत लौटकर बेंगलुरु में ISRO के प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण पूरा किया। इस दौरान उन्होंने IISc बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में M.Tech भी किया।

Axiom-4 मिशन

Axiom-4 मिशन में शुक्ला पायलट के रूप में शामिल होंगे, जिसमें कमांडर पेगी व्हिटसन, पोलिश ESA अंतरिक्ष यात्री स्लावोस उज़नांस्की और हंगेरियन अंतरिक्ष यात्री तिबोर कापू भी शामिल हैं। यह मिशन NASA, SpaceX और ISRO के सहयोग से संचालित होगा और SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा।

निजी जीवन

शुक्ला की पत्नी, डॉ. कामना शुक्ला, एक दंत चिकित्सक हैं, और उनका एक चार वर्षीय पुत्र है। उनके पिता, शंभु दयाल शुक्ला, एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं, और उनकी माता, आशा शुक्ला, एक गृहिणी हैं। शुक्ला को व्यायाम, विज्ञान और अंतरिक्ष से संबंधित पुस्तकें पढ़ना पसंद है।

निष्कर्ष

शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत करियर की ऊंचाई है, बल्कि यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उनकी यात्रा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी और भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
A1: शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और एक अनुभवी टेस्ट पायलट हैं, जिन्हें Axiom-4 मिशन के पायलट के रूप में चुना गया है।

Q2: Axiom-4 मिशन क्या है?
A2: Axiom-4 एक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन है, जो NASA, SpaceX और ISRO के सहयोग से संचालित होगा, जिसमें अंतरिक्ष यात्री ISS की यात्रा करेंगे।

Q3: शुभांशु शुक्ला की शिक्षा पृष्ठभूमि क्या है?
A3: उन्होंने NDA से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया और IISc बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में M.Tech किया है।

Q4: क्या शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय हैं जो ISS जाएंगे?
A4: हाँ, वे पहले भारतीय होंगे जो अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करेंगे।

Q5: Axiom-4 मिशन कब लॉन्च होगा?
A5: यह मिशन मई 2025 में लॉन्च होने की योजना है।

Q6: इस मिशन में अन्य कौन-कौन से अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं?
A6: इस मिशन में कमांडर पेगी व्हिटसन, पोलिश ESA अंतरिक्ष यात्री स्लावोस उज़नांस्की, और हंगेरियन अंतरिक्ष यात्री तिबोर कापू शामिल हैं।


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